my cute life s3
Hiii
Good afternoon
अभी 3:00 बजे है. और मुझे अभी बोहत भूक लागी है. मैने 12:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक मेरी स्टडी पुरी कि. स्टडी मे मान नही लग राहा थां तो सोचा कि मैने अपने बरे मे कुछ बताऊ. मै बोहत नाराज हू कि,आप मेरी पोस्ट पढ रहे हो लेकिन कुछ रिप्लाय नही दे रहे हो,
प्लीज कुछ रिप्लाय दीजिये.
आप नही बोलें तो क्या हुआ मै तो आपसे मेरी स्टोरी share करते राहुंगा. थोडा टाइम मिला तो सोचा बताऊ कुछ........
आज मै आपको कुछ मेरी बचपण कि बाते बताता हू. मै बचपण से ही बकबेचेर्स थां स्कुल मे मै सबसे पीछे बैठता थां. मराठी मेडीयम मे थां इसीलिये कुछ समजता नही थां. जब मै पाचवी, छटवी कक्षा मे थां तब मै जादा स्कुल नही जाता थां,इसलिया शायद मै अब मै वीक हू. मै जब एक-दो दिन बाद स्कुल मे जाता थां तब भी टीचर से मार पडती थी क्या कारे......
मै स्कुल मे जा सकता थां लेकिन मुझे बचपण मे
मुझे ये बेताने के लिये कोई नही थां कि तुम पढणे के बाद ये कर सकते हो, वो कर सकते हो. मै बिना मतलब के आठवी कक्षा तक पढता राहा.
मै जब नोंवी कक्षा मे गया तब मुझे पता चला कि तुम ये कर सकते हो वो कर सकते हो. तब से मैने पढाई करणे कि ठाण ली,लेकिन तभी मेरी बदनाशिबीसे अच्छे फ्रेंड्स मिले वो दिल के बोहत अच्छे थे. लेकिन मै उनको वैसे बुरा भी नही कहूँग.
मेरे फ्रेंड्स अच्छे थे लेकी उनमे एक बोहत बुरी आदत थी जो कि सभी Student's मे होती है और वो थी स्टडी ना कारणा. वो बिलकुल ही 'किताब को हात ही नही लागते थे और वो स्कुल मे भी सर के लेक्चर attempt नही थे.
लेकिन तब मेरे मन मे सवाल आया कि मै इनके साथ राहुंगा तो मेरे और मेरे मामी - 'पपा के सपने पुरे नही होंगे. तब मेरे सामने दो रसते थे, पढाई को चुनो ये फिर दोस्तो को, मैने सोचा कि फ्रेंड्स बाद मे भी मिल जायेंगे लेकी एक बर पढाई हात से चली गाई तो फिर बाद मे वापस नही आयेगी
.... चलो तो अब के लिये इतना ही by.....
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